कोविड-19: पॉजिटिविटी रेट दिखाता है, हिमाचल और दिल्ली हैं हॉटस्पॉट

कोविड-19: पॉजिटिविटी रेट दिखाता है, हिमाचल और दिल्ली हैं हॉटस्पॉट

रोहित पाल

हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, केरला और गोवा, इसी क्रम में उच्च पॉजिटिविटी रेट (confirmed cases per 100 tests) के साथ मौजूदा कोरोना वायरस हॉटस्पॉट हैं। पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से 15 फीसदी से अधिक के बीच का 26 अक्टूबर-नवंबर 8 और नवंबर 8-21 दो 14 दिवसीय में मापा गया।

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इन राज्यों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा हुआ दिख रहा है, जो इशारा करता है कि अधिक संख्या में लोग संक्रमित हैं और कोविड टेस्ट कम हो रहे हैं। वहीं  केरल, गोवा और पश्चिम बंगाल जैसे कुछ राज्य हैं जहां पिछले महीने की तुलना में बीमारी कुछ हद तक धीमी हो गई है, लेकिन अभी भी ये खतरे के जोन में हैं। पिछले दो सफ्ताह से 8 फीसदी पॉजिटिविटी रेट के साथ महाराष्ट्र में बड़ा सुधार हुआ है, यहां पॉजिटिविटी रेट पिछले कुछ महीनों के दौरान लगातार वृद्धि के साथ 18 फीसदी था।

पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में कन्फर्म मामलों की संख्या कम हो रही है। लेकिन फिर भी दोनों राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 7-8 फीसदी से ऊपर है। इन राज्यों में सुरक्षा के लिए लगाए गए लॉकडाउन छूट एक जोखिम के रूप में बनी हुई है, जैसे कि डब्ल्यूएचओ (WHO) की सलाह में कहा गया है कि 5 फीसदी पॉजिटिविटी रेट 14 दिन या इससे ज्यादा रहने से राज्य रेड जोन में आ जाता है।

उच्च पॉजिटिविटी रेट (High positivity rates) भी संकेत कर रहा है कि एक राज्य केवल बीमार का टेस्ट कर रहा है न कि कोविड-19 लक्षणों के लिए पर्याप्त आबादी की जांच नहीं कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक महत्वपूर्ण मामले और मौतें होती हैं। ट्रेसिंग और टेस्टिंग महामारी की रोकथाम के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।

पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और कर्नाटक ने अच्छा सुधार किया है, जिससे उनका पॉजिटिविटी रेट 3-4% से नीचे 3% हो गया है। गुजरात 2% और उससे नीचे के पॉजिटिविटी रेट वाले राज्यों में शामिल है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में मामलों की बढ़ती प्रवृत्ति को दिखाया है। मध्य प्रदेश में, पिछले कुछ दिनों में यह रेट 2.7% (26 अक्टूबर-नवंबर 8 के दौरान) से 4.3% ((नवंबर 2015-21) हो गया है। इसी तरह, गुजरात में इस अवधि के दौरान यह 1.8% से 2.1% हो गया है। यह यूपी और झारखंड में भी बढ़ रहा है, लेकिन प्रबंधनीय सीमा के भीतर। बिहार और असम में यह रेट सबसे कम है, जो 1% से कम है, जिससे इन राज्यों में और बाहर जाने वाली बड़ी प्रवासी आबादी के साथ परीक्षण की सटीकता पर संदेह बढ़ जाता है।

एक महीने पहले, उच्चतम पॉजिटिविटी रेट वाले राज्यों (5-18 अक्टूबर के बीच) में महाराष्ट्र (15%), केरल (14%), छत्तीसगढ़ (10%), राजस्थान (10%), कर्नाटक और पश्चिम बंगाल 9% शामिल थे। वहीं आंध्र प्रदेश, एमपी, ओडिशा, दिल्ली और तमिलनाडु में पॉजिटिविटी रेट 5% से अधिक था।

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